गूगल गुरु के भरोसे तो नही

आज के तकनीकी युग में सबसे महतपूर्ण अविष्कार जिसका किया गया है वो है गूगल।
गूगल जी इतने महत्वपूर्ण है कि किसी भी क्षेत्र में बिना इनकी सलाह के कोई भी इंसान अपना अगला कदम नही उठाता। खाना बनाना हो, वास्तु टिप्स हो , बच्चे का नामकरण, भूत प्रेत, भूगोल, देश -विदेश का इतिहास, खेल कूद आदि। ऐसा कौनसा क्षेत्र है जहा गूगल गुरु ने अपने ज्ञान के झंडे न गाढ़े हो, अपनी जानकारी के परचम न लहराए हो। सभी भाषाओं को सिखाने और अनुवाद करने में अपनी दक्षता सिद्ध न की हो।और हम सब भी इनके ज्ञान को सर माथे पर लेकर निकल पड़ते है अपनी इच्छानुसार कार्य करने। सिर्फ कार्य ही अपनी मर्जी के नही करते अपितु खुद को ही जूनियर गूगल गुरु समझने लगते है और गूगल गुरु से शिक्षा लेकर समझाने लगते है पंडित से लेकर ओझा तक को।
अगर आप अपने घर और शहर तक सीमित है तब तो ठीक है लेकिन कही देशाटन पर जाना हो तो भी पहुंच जायेंगे गुगल बाबा के पास । रेस्टोरेंट, होटल, कार , दर्शनीय स्थल ; सबकी फटाफट जानकारी एकत्र की और निकल लिए सपरिवार, दोस्तों के साथ या फिर अकेले।
गुगल बाबा के एक रिश्तेदार है जी पी एस ( GPS Route tracker) मार्ग दर्शक , उन्हे आप अपने साथ रख लीजिए और वो तत्काल अपने काम पर लग जायेंगे यानि रास्ता बताने पर; कभी – कभी वो आत्मविश्वास से इतने फूल जायेंगे की आपको किसी पतली सी गली में ले जाकर खड़ा कर देगें जहां से गाड़ी भी न मोड़ी जा सके।
अगर आपको किसी मंदिर के दर्शन करने है और उसके खुलने व बंद होने का समय ज्ञात करना है तो वहां भी हाजिर है गुगल गुरु के दूसरे रिश्तेदार अपनी पोथी -पत्रा के साथ। मंदिर से जुड़ी एक -एक जानकारी के साथ उसका इतिहास भी लाकर सामने रख देंगे और साथ ही मंदिर खुलने एवम् बंद होने का समय भी बता देंगे।
आपने इन पर आंख मूंद कर भरोसा किया और अपनी यात्रा की टिकिट भी उसी अनुसार करा ली। जब दर्शन करने पहुंचे तो पता चला मंदिर बंद है और मंदिर खुलने का समय ट्रेन वा फ्लाइट का समय एक ही है।
अब इसे क्या कहेंगे अति विश्वास, गुगल गुरु द्वारा मजाक या अपनी बेवकूफी जो उक्त स्थान पर रहने वाले, वहां जाने वाले से चर्चा नही की। जाने से पहले पूरी सूचना एकत्र नही की, होमवर्क नही किया।
विश्वास करना गलत नही है किंतु
विश्वास कीजिए उतना ही जितना आवश्यक हो। साथ ही अपने विवेक को भी उपयोग में लीजिए।
विशेष :मंदिर में आधे -आधे घंटे का ब्रेक होता है और लाइन बहुत लम्बी। वी आई पी दर्शन की लाइन भी लम्बी ही होती है क्योंकि पैसा सबके पास है .
अतः दर्शन के लिए जाने से पहले अपने समय और आवश्यकताओं को समझ कर ही योजना बनायें।

