Sunday , May 4 2025

ध्रुव तारे अनेक

दीपक एक प्रेम का प्रशस्त मार्ग है आप

पृथ्वी आकाश में ध्रुव तारे अनेक

अंत भय भ्रम का ज्ञान ऊर्जा प्रकाश

 

ना कोई राज रंक सत महिमा उजियार

जीवन सदा उत्साह जन्म जीवन आधार

 

सच्चा पवन ज्ञान जीवन बोध मार्ग

भक्ति का मधुपान सत ईश्वर गुणगान

 

छल छद्म प्रपंच रूढ़िवादी का दंश

प्राणि में भेद भाव समय समाज बेरंग

 

गुरु शिष्य परंपरा मार्ग ज्ञान बैराग्य

तमस का उजियार सतत शिष्य अनुराग

 

देश विदेश में स्वीकार सच है भगवान

काल पल प्रहर बढ़ता ईश्वर सत्य सारः

 

अनुनय अनुयायी ईश्वर का भान

जान लिया जिसने युग कि पहचान

 

सतगुरु कि कृपा ईश्वर स्वर वरदान

कर्म धर्म सच है कर्म करो निष्काम

 

पाखंड प्रपंच का आडंबर ना हो साथ

आत्म साथ उपदेश वेद उपनिषद पुराण

 

समानता युग सिद्धांत है द्वेष विद्वेष रार

शत्र शास्त्र ज्ञान है धर्म धैर्य मर्म समान

 

प्राणि पराधीन नही आत्म बोध है एक

धर्म कहती नही मानव जाति अनेक

 

पाप पान है मदिरा भय व्याधि मद्यपान

मदिरा पान जो करे डूबत मरत ग़ज़ग्रह

 

उत्साह अंतर्मन का बैराग्य ज्ञानप्रकाश

ईश्वर सत्य जीवन मोल अनमोल भाव

 

जीवन मे शुभ संयम अरु संकल्प

भक्ति भाव का सच दूषित दूषण व्यर्थ

 

अद्भुत अनमोल है जीवन का हर पल

संवेदना साक्ष है आने वाला पल पल

 

त्याग तप व्रत जीवन का अनुराग

विधि विधान का सच प्राणि प्राण समान

प्रेरणा एक ज्योति है जन जन कासाथ

दीपक एक प्रेम का प्रशस्त मार्ग है आप

नंदलाल मणि त्रिपाठी, गोरखपुर (up)

 

 

 

 

About Shakun

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *