पहले भाषा पर चोट और अब वोट पर चोट – जितेंद्र तिवारी
पश्चिम बंगाल में जहां कहीं हिंदी भाषी रहते है वहां वोट पर चोट की जा रही है। हिंदी भाषी वोटरों का नाम लिस्ट से काटा जा रहा है।
योजनाबद्ध तरीके से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है । भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए बुरा समय आने वाला है क्योंकि ये हम हिंदी भाषा – भाषी की शिक्षा, संपति, रोजगार, पर चोट है। जहां भी हिंदी भाषी रह रहे है उन्हे कट करना मतलब हमारे अस्तित्व पर पर प्रहार करना है। पश्चिम बंगाल लिंग्विस्टिक माइनॉरिटी के अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने बंगाल में आने वाले संकट की तरफ इशारा करते हुए अपनी पीड़ा को लोगो के बीच में साझा किया।
