कवि बनेचंद मालू की सद्य प्रकाशित काव्य कृति

सुप्रसिद्ध कवि श्री बनेचन्द मालू की सद्य प्रकाशित काव्य कृति ‘विचार प्रवाह – 4’ का लोकार्पण मॉरिशस के पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी तथा विश्वस्तरीय प्रख्यात लेखिका डॉ सरिता बुधु के कर कमलों से रविवार को सांय स्थानीय ‘स्प्रिंग क्लब’ के सभागार में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन की अध्यक्षता की सुप्रसिद्ध साहित्यकार तथा प्रबुद्ध चिंतक डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने।
मालूजी की काव्य प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए डॉ त्रिपाठी ने कहा कि उनकी रचनाएं छायावाद के रंग लिए वैचारिकता के साथ पाठकों को आकर्षित करती है। यह कवि की छठी कृति है जो क्रिकेट के छक्के के समान उर्ध्वगामी है। विमोचनकत्री डॉ सरिता बुधु ने मालूजी को उनकी रचनाधर्मिता के लिए बधाई दी और रचनाओं को पठनीय और संग्रहणीय बताया।
आयोजन का श्रीगणेश श्रीमती रचना मालू के “उतरो नभ पथ से ज्योति चरण उतरो ” के गीत से हुआ। इस अवसर पर सत्साहित्य संगम की ओर से संवेदनशील कवि मालूजी को उनके विशिष्ट साहित्यिक योगदान के लिए कवि श्री बंशीधर शर्मा तथा श्री महावीर प्रसाद बजाज ने अंगवस्त्र एवं अभिनन्दन पत्र भेंट कर स्वागत किया। श्री विजय कुमार झुनझुनवाला ने श्री मालू की काव्य सृजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी रचना उन्हें छायावाद से प्रभावित लगती है तथा उन्हें नई रचना के लिए प्रेरित करती है।
अखिल भारतीय जैन श्वेताम्बर महिला संगठन की अध्यक्षा श्रीमती कल्पना बैद ने कवि मालूजी की कार्य प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। श्री सुशील बाफना ने मालूजी की पुस्तक की समीक्षा करते काव्य सृजन की प्रशंसा की। श्रीमती कमला बांठिया ने मालूजी की भूरि भूरि प्रशंसा की।सुप्रसिद्ध गायिका श्रीमती इन्दु चांडक ने मालूजी की रचनाओं की संगीतमय प्रस्तुति दी।
सुप्रसिद्ध समाजसेवी श्री कमल दूगड़ ने मालूजी के व्यावसायिक, आध्यात्मिक व साहित्य क्षेत्र की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्हें कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति बताया। श्री भागीरथ चांडक ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से मालूजी के प्रति सम्मान प्रकट किया। श्री बनेचंद मालू ने कार्यक्रम में आगन्तुक सभी महानुभावों के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया। श्री संजय मालू एवं श्रीमती पुष्पा मालू ने अतिथियों का स्वागत किया । धन्यवाद ज्ञापन किया श्रीमती रचना मालू ने तथा कुशल संचालन किया विदुषी डॉ. तारा दूगड़ ने।
इस अवसर पर सर्वश्री डॉ कमल किशोर मिश्र,अनिल नाहटा,सुरेन्द्र मुणोत, राजगोपाल सुरेका, आनन्दकुमार बैद, जयप्रकाश सेठिया, अशोक बैंगानी, रोहित दूगड़, गायत्री बजाज, राजेश दूगड़, गुलाब बैद, कमला छाजेड़, सरला मालू, संयम दूगड़ प्रभृति व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति से सभाकक्ष भरा था।