Thursday , May 29 2025

शांति कायरता नही

शांति कायरता नहीं —-

शौर्य पराक्रम प्रगति प्रतिष्ठा

कि जननी भरणी सौहार्द

शांति सरोवर अमृत हूँ!!

 

विनम्र संस्कृति क्षमा दया

करुणा कि गागर सागर

मानवता मूल्यों कि

शांति मै अवनी हूँ!!

 

संस्कार परमार्थ है मेरा

पथ समय काल समाज

कल्याण कि देव और देवी

समता ममतामयी हूँ!!

 

धैर्य धन्य धरा कि मै शांति

विवेक हीन दुष्ट दनवता

अंत क्रोध बोध अहंकार

तमस तरणी तपसी हूँ!!

 

महाभारत कि कृष्णा

मै शांति संकल्प का

विकल्पहीन सत्यार्थ

अंध पिता का अभिमान

पुत्र दुर्योधन कि महाकाल

और काली हूँ!!

 

कृष्णा कर्म धर्म सिद्धांत

मै शांति मात्र शास्त्र सयंम

नीति नियत जन्मेजय हूँ!!

 

संकल्प सिद्ध का मार्ग हूँ मै

विकल्प रहित युग मानवता

देव मनुज समतुल्य हूँ मै!!

 

युद्ध भूमि से पूर्व कृष्णा का

कुरु सभा कि शिक्षा शांति

प्रयास युग विश्वास

बैभव धर्मध्वज सत्य

सनातनी हूँ!!

 

कायरता का आभूषण नहीं

विश्व शांति कि मर्यादा मान

मूर्खो का परिहास वीरो कि

गौरव गाती हूँ मै!!

 

भोग विलास से वीरत

द्वेष दम्भ छल प्रपंच से

विमुख शब्द नहीं भाव

अभिव्यक्ति सूर वीर कि

महिमा हूँ मै!!

 

सतत संस्कृति सबंध

विकास वरदान वर्द्धस्त मेरा

शांति शांखनाद संवाद स्वर

शब्द आवाज प्रेरणा स्वतंत्र

शक्ति सार्थक हूँ!!

 

शांति जग जन्मेजय

अजेय अजीत आजात कि

शस्त्र शास्त्र स्वच्छ कलुषित

रहित प्रतिस्पर्धा मानवता कि

प्रसन्नता परमेश्वर हूँ मै!!

 

स्वस्थ्य प्रतियोगिता युद्ध

नहीं शांति सौहार्द सिद्धांत

कि पोषक पालक संजीवनी हूँ मै

 

कैसे सम्भव जग हँसाई

अपमान मेरा पैगाम मै

शांति विरोचित आचार

व्यवहार समाज कि

भूषण हूँ!!

 

युद्ध योद्धा समाज

संस्कृति का ह्रास

युद्ध युग कलंक परिहास

शांति मानव मानवता

सम्मान कि गीत मीत

वाद्य वादिनी हूँ!!

 

शांति परिवार समाज

राष्ट्र समय काल समझ

ज्ञान विकास उत्सव ऊर्जा

उत्साह उमंग तारंगिनी हूँ!!

 

अशांति आक्रांता अहंकार

संसय अवसाद भय भ्रम

भयंकर का आमंत्रण

परिणाम शत्रु कि उद्धारक

शांति सर्वोदय उजियारी हूँ!!

नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!

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