डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी (मुम्बई) को “डॉ. हेडगेवार प्रज्ञा सम्मान 2024′
कोलकाता, 22 नवम्बर। कोलकाता महानगर की सुप्रसिद्ध साहित्यिक-सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय द्वारा प्रवर्तित डॉ. हेडगेवार प्रज्ञा सम्मान के 35वें वर्ष का सम्मान, संस्कार सक्षम धारावाहिकों के रचनाधर्मी यशस्वी लेखक-निर्देशक-अभिनेता एवं भारतीय सिनेमा जगत के चाण्क्य डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी (मुम्बई) को जनमानस में भारत की प्राचीन संस्कृति एवं इतिहास के प्रति गौरव बोध तथा राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव को पुन: प्रेरित करने में महती भूमिका के निर्वहन हेतु आगामी रविवार 15 दिसम्बर 2024 ई. को प्रात: 11 बजे स्थानीय इंडियन म्यूजियम (आशुतोष सभागार) में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किया जाएगा। सम्मान स्वरूप उन्हें 1 लाख रुपये की राशि एवं मानपत्र भेंट किया जायेगा।
7 जून 1960 को राजस्थान के एक संस्कारित ब्रााहृण परिवार में जन्मे डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने अपने डॉक्टरी पेशे को छोड़कर भारतीय साहित्य एवं संस्कृति के प्रचार प्रसार हेतु थिएटर में काम करना शुरु कर दिया। यहीं से शुरु होती है आपकी डॉक्टर से डायरेक्टर बनने की यात्रा। फिल्म जगत में अनेकों धारावाहिक एवं फिल्मों के माध्यम से नई क्रांति लाने वाले डॉ. द्विवेदी भारतीय रचनाधर्मिता के आइकॉन हैं। आपने न केवल संस्कार सक्षम फिल्मों एवं धारावाहिकों का निर्माण किया बल्कि अपने अभिनय, पटकथा लेखन, निर्देशन एवं राष्ट्रवादी चिंतन के माध्यम से समाज एवं राष्ट्र को नवीन दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आपने चाणक्य (1991-92), मृत्युंजय (1996), एक और महाभारत (1997), शिवाजी (2001), उपनिषद गंगा (2012), स्वराज संहिता (2019) आदि अनेक धारावाहिकों के अलावा पिंजर (2003), जेड प्लस (2014), मोहल्ला अस्सी (2018), सम्राट पृथ्वीराज (2022), ओमजी-2 (2023), द लिगेंड ऑफ कुणाल (2009) जैसी फिल्मों का निर्माण कर सिनेमा जगत में वैचारिक उन्मेष का सूत्रपात किया। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म जगत के अनेक सम्मानों से सम्मानित डॉ. द्विवेदी को 2022 में पद्म विभूषण से अलंकृत किया गया। उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी को वर्ष 2024 के डॉ. हेडगेवार प्रज्ञा सम्मान से सम्मानित कर कुमारसभा पुस्तकालय स्वयं गौरवान्वित होगी।
ध्यातव्य है कि वर्ष 1990 में कुमारसभा द्वारा प्रवर्तित डॉ0 हेडगेवार प्रज्ञा सम्मान का पहला सम्मान संस्कृत के मूर्धन्य विद्वान एवं चिंतक डॉ0 श्रीधर भास्कर वर्णेकर को तथा गत वर्ष 2023 का सम्मान जीवन प्रबंधन गुरु पंडित विजयशंकर मेहता (उज्जैन) को प्रदान किया गया था।
महावीर प्रसाद बजाज
अध्यक्ष