हिन्दी अकादमी ने आयोजित की सहोदरी गीत संध्या

कोलकाता 6 जनवरी। पश्चिमबंग हिन्दी अकादमी, सूचना एवं संस्कृति विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा नये वर्ष के शुभागमन पर बहुभाषी लोकगीतों के सांस्कृतिक कार्यक्रम ” सहोदरी गीत संध्या” का यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट हॉल में आयोजन किया गया।
गीत संध्या में मैथिली, भोजपुरी, राजस्थानी एवं पंजाबी भाषाओं के लोकगीत प्रस्तुत किये गये।
मिथिला विकास परिषद के कलाकार आदित्य नाथ ठाकुर के मैथिली लोकगीतों से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। आयुषी ठाकुर ने भोजपुरी गीत प्रस्तुत किये।
बहुप्रशंसित लोकप्रिय गायिका मारुति मोहता ने राजस्थानी लोकगीतों की सुमधुर स्वरलहरियों से दर्शकों का मन मोह और ख़ूब तालियां बटोरीं। कोलकाता सिख नारी मंच के कलाकारों ने पंजाबी लोकगीत और नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को ऊर्जा से भर दिया। कलाकारों में स. नरेंद्र सिंघ , सुनिता कौर,नीलम कौर ,
डा० रविन्दर कौर दुआ,हरजीत कौर,
जपईश्वर कौर,अमितेश्वर कौर,सुखवीर कौर गिल,पलविंदर कौर गिल,गुरलीन कौर,सुखदीप कौर,अंजली कैंथ,प्रिया कैंथ उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन पश्चिमबंग हिन्दी अकादमी की सदस्य रचना सरन ने किया। सहसंयोजक शुभा चूड़ीवाल ने अतिथियों का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। मेंबर सेक्रेटरी उत्पल पाल ने सभी कलाकार टीमों को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किये।
इस अवसर पर अकादमी अध्यक्ष विवेक गुप्त, सदस्य रावेल पुष्प,उमा झुनझुनवाला, राजश्री शुक्ला, अशोक झा सहित शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।