Sunday , May 4 2025

 भारत का आधार है उसकी संस्कृति एवं सभ्यता

सनातन की प्रतिष्ठा का संकल्प लें : डॉ. हिमंत बिसवा सरमा

कुमारसभा द्वारा प्रवर्तित विवेकानंद सेवा सम्मान 2025 से पूज्य स्वामी कार्तिक महाराज (बेलडांगा) को सम्मानित करते हुए केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ एवं असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा। अन्य परिलक्षित हैं (बांए से) सर्वश्री महावीर बजाज, लक्ष्मीनारायण भाला, डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी, डॉ. तारा दूगड़, सज्जन तुल्स्यान, बलबीर पुंज, सज्जन भजनका, बंशीधर शर्मा, अरुण मल्लावत एवं भागीरथ चांडक।

“भारत का आधार है उसकी संस्कृति एवं सभ्यता। हिन्दू एवं सनातन संस्कृति जब
तक जीवित है तब तक भारत में लोकतंत्र सुरक्षित है। इसलिए आनेवाली पीढ़ी में सनातन की प्रतिष्ठा
का संकल्प लें तब ही भारत विश्व  गुरु के रूप में आगे बढ़ेगा।  वर्तमान परिस्थिति में सनातनी जब तक
एक रहेंगे, हमारी संस्कृति सुरक्षित रहेगी। श्री कार्तिक महाराज बंगाल की गौरवशाली संतान है तथा वे धर्म
की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है एवं सम्मान के पात्र है।” ये उद्गार हैं असम के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री
हिमंत बिस्वा सरमा के, जो श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय द्वारा स्थानीय रथीन्द्र मंच में रविवार 2
मार्च 2025 को आयोजित 39वें विवेकानंद सेवा सम्मान समारोह में बतौर प्रधान अतिथि बोल रहे थे।

इस अवसर पर सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु समर्पित सेवाभावी संन्यासी योद्धा  पू. स्वामी कार्तिक महाराज
को सम्मान स्वरूप 1 लाख रुपये की राशि एवं मानपत्र प्रदान किया गया।समारोह अध्यक्ष माननीय केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने कहा कि आज का नया भारत न डरता है, न झुकता है। भारत माता की जय का उद्घोष केवल नारा नहीं बल्कि नये भारत के जागरण का संदेश है। आज का विकसित भारत सुरक्षा के क्षेत्र में स्वयं की रक्षा के साथ-साथ अन्य देशों की भी रक्षाउपकरण निर्यात कर रहा है। मैं कुमारसभा को कार्तिक महाराज के योग्य चयन हेतु साधुवाद देता हूँ।

पू. स्वामी कार्तिक महाराज ने विवेकानन्द सेवा सम्मान ग्रहण करते हुए कहा कि मैं तो समाज का सेवक हूँ। हमारा काम समाज को जोड़ना है, तोड़ना नहीं। उन्होंने धर्म एवं कर्म को एक दूसरे को पूरक बताते हुए कहा कि हमें वनवासी समाज की उपेक्षा नहीं बल्कि भाईचारे के व्यवहार के साथ उनके पास जाना
चाहिए। मैं इस सम्मान को अहम रहित विनम्रता पूर्वक ग्रहण करता हूँ एवं आजीवन संस्कृति की रक्षा के  लिए सदा प्रयत्न करता रहूँगा।

प्रधान वक्ता राष्ट्रवादी चिंतक एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री बलबीर पुंज ने कहा कि कार्तिक महाराज राष्ट्र की  संत सिपाही परंपरा के वाहक हैं। स्वामी जी लोकतंत्र, मानवीय मूल्यों एवं सनातन की लड़ाई लड़ रहे है।  सनातन हमारे संस्कारों में है अत: हमारे लिए शस्त्र एवं शास्त्र दोनों आवश्यक है। एक देश एवं एक
संस्कृति की हमारी विरासत को बांटने वाली कुचेष्टा को विफल करने की आवश्यकता है।

विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी श्री सज्जन भजनका ने असम में डॉ. हेमंत बिस्वा सरमा के कार्यों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि एवं वरिष्ठ आयकर सलाहकार श्री सज्जन कुमार तुल्स्यान ने स्वामी कार्तिक महाराज के कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

कार्यक्रम का कुशल संचालन किया पुस्तकालय की साहित्य मंत्री डॉ. तारा दूगड़ ने,  स्वागत भाषण दिया  पुस्तकालय के अध्यक्ष श्री महावीर बजाज ने  तथा  धन्यवाद ज्ञापन किया मंत्री श्री बंशीधर शर्मा ने।

इस  अवसर पर डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने सज्जन भजनका को पद्मश्री अलंकरण की घोषणा पर शॉलओढ़ाकर अभिनन्दन किया। श्री अजयेन्द्रनाथ त्रिवेदी के स्वस्ति वाचन के साथ सुश्री खुशबू बजाज एवं  सुदीप्ती राय ने स्वामी जी के भाल पर तिलक लगाया।

सर्वश्री सज्जन भजनका, बलबीर पुंज, सज्जन तुल्स्यान, संजय सेठ एवं डॉ. हिमंत बिसवा सरमा द्वारा पूज्य स्वामी श्री कार्तिक महाराज का सम्मान
किया गया। सर्वश्री लक्ष्मी नारायण भाला, डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी, मोहनलाल पारीक, अरुण  प्रकाश मल्लावत, नन्दकुमार लढ़ा एवं  भागीरथ चांडक ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

समारोह में सर्वश्री अजय नन्दी, सागरमल गुप्ता,  बिंदेश्वरी  प्रसाद सिंह, महावीर प्रसाद सरावगी, रतन जैन,सुशील राय, तापस राय, तमघनो घोष, अनिल ओझा नीरद,  डॉ. अरुण उपाध्याय, महेन्द्र अग्रवाल, बाल किशनलूंडिया, अजय चौबे, डॉ. कमल कुमार, प्रदीप सूंठवाल, प्रभुदयाल पारीक, चम्पालाल पारीक, ओंमकारनाथ सिंह, नवीन सिंह,  यशवंत सिंह, अजय मिश्रा, शंकरबक्स सिंह, ब्राहृानन्द बंग,  कमल गुप्ता, पवन धेलिया, मीनादेवी पुरोहित, दयाशंकर मिश्र, डॉ. महेश माहेश्वरी, किशन झंवर, संजय रस्तोगी, मनोज पराशर, घनश्याम चौरसिया, रामचन्द्र अग्रवाल, महेश मोदी, रामपुकार सिंह, श्रीमोहन तिवारी, राजेन्द्र कानूनगो,  रामानन्द रस्तोगी, बुलाकीदास मीमाणी, पुणेन्दु दे, महेन्द्र शर्मा, रमाकान्त सिन्हा, मदनलाल बोथरा, सुनील हर्ष, रविप्रताप सिंह, तेजबहादुर सिंह, बृजेन्द्र पटेल,   प्रिंस अग्रवाल एवं गायत्री बजाज प्रभृति  कोलकाता एवं हावड़ा के सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

समारोह को सफल बनाने में सर्वश्री सत्यप्रकाश राय, मनीष जैन, भागीरथ सारस्वत, चन्द्रकुमार जैन, दुर्गेश   त्रिपाठी एवं अरुण सिंह आदि सक्रिय थे।

– बंशीधर शर्मा, मंत्री

About Shakun

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *