हर सनातनी मारुति के आदर्शों का अनुसरण करें : स्वामी कार्तिक महाराज

“हर सनातनी को हनुमान जी के आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए। हर घर में सुन्दरकाण्ड का पाठ होना चाहिए। विषम परिस्थितियों में भी भगवान राम के स्मरण को नहीं त्यागना चाहिए जैसे हनुमान जी को विभिषण ने कहा कि दांतों के बीच जीभ की तरह रह रहा हूँ फिर भी भगवान के स्मरण को नहीं त्यागा।’ ये उद्गार हैं योद्धा संन्यासी स्वामी कार्तिक महाराज के, जो रविवार को बिन्नानी भवन में आयोजित मारुति सेवा समिति के 16वें वार्षिकोत्सव पर आशीर्वचन के रूप में संबोधन कर रहे थे।
मारुति सेवा समिति के एक दिवसीय वार्षिकोत्सव में प्रात: 51 बार हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया। दोपहर में सामूहिक शंखनाद एवं श्री सीताराम सत्संग समिति द्वारा सुन्दरकाण्ड का पाठ संपन्न हुआ तथा रात्रि में मारुतिनन्दन की मंगल आरती के साथ महाप्रसाद (भंडारा) हुआ जिसमें करीब 1000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रतिवर्ष की भांति उत्साह आनंद के साथ संपन्न हुए इस कार्यक्रम में अनेक संत पधारे एवं आशीर्वचन प्रदान किए। सेवा समिति वर्षभर सेवा के अनेक कार्यक्रम करती है। कार्यक्रम का संचालन किया श्री नवनीत दूबे (गुड्डू) ने एवं सबका अभिवादन किया श्री तारके•ार दूबे ने। समारोह को सफल बनाने सर्वश्री संतोष मिश्रा, राजेश दूबे, संतोष मिश्रा, महावीर बजाज, लालबाबू वर्मा, मनीष जैन, सिद्धार्थ सिंह, रत्नेश मिश्रा, बृजेन्द्र पटेल, देवीशंकर तिवारी, रजनीश पांडेय, दुर्गेश त्रिपाठी, अनुराग शुक्ला, नितिश सिंह, मुकेश गुप्ता, उदय यादव, आशुतोष साव, मोहन यादव, उदयराज सिंह, महेश गुप्ता एवं आशुतोष तिवारी प्रभृति सक्रिया थे।