धर्म पूछकर जिनको मारा उनका भी तर्पण करना है
भारतीय सिंहों नें, रण में गर्जन शुरू किया है।
किया आपरेशन सिंदूरी,बदला तनिक लिया है।
भाग नहीं पाएगा कायर,छुपे किसी भी बिल में
हर भारत वासी की ईच्छा और इरादा मन मे
क्या होती सिंदूरी कीमत, अब हम इसे बताऍंगे
एक एक के बदले में हम,सौ सौ शव ले आऍंगे।
शत्रु रक्त से खप्पर भर कर, चण्डी को अर्पण करना है
धर्म पूछ कर जिनको मारा,उनका भी तर्पण करना है।
– सुनीता तिवारी कानपुर ✍️