दो मुक्तक
भेड़ियों के सामने मत वेद मंत्रों को पढ़े
– डाॅ. शिव ओम अम्बर
1.
भेड़ियों के सामने मत वेदमंत्रों को पढें,
अग्निशर गाण्डीव पे फिर से चढ़ाएँ मान्यवर।
जिन दरख़्तों से बग़ीचे को महज़ काँटे मिले,
उन दरख़्तों को बग़ीचे से हटाएँ मान्यवर।।
2.
तक्षकों के वंशधर जब तक न मारे जायेंगे,
हम हमेशा जीतकर भी जंग हारे जायेंगे।
मिल गये हैं ख़ाक में बाहर के दहशतगर्द,
घर के पत्थरबाज़ क़ब्रों में उतारे जायेंगे।