खून और सिंदूर—–
हार नहीं
निर्भीक निडर
पथ विजय हमारा
कहती है दुनियां
जानती है दुनियां भरत
भारत कि सेना है हम!!
आंख दिखाए
गर कोई औकात
बता देते है हम
माँ भारती के वीर
सपूत दुश्मन का
नामो निशान
मिटा देते है हम
कहती है दुनियां
जानती है दुनियां भरत
भारत कि सेना है हम!!
जन्म दायनी माँ को
देकर वचन आए है हम
जननी जन्म भूमि कि
गरिमा गौरव मे
पीठ नहीं दिखाएंगे
भरत भारत का विश्वास
नहीं मिटाएंगे
शीश नहीं झुकायेंगे हम
कहती है दुनियां
जानती है दुनियां भरत
भारत कि सेना हम!!
कदम पीछे नहीं हटाएंगे
जननी जन्म भूमि पर मिट
जाएंगे दुश्मन का नामो
निशान मिटाने वाले भारत
के बीर योद्धाओ का
सामूहिक पराक्रम परिणाम
है हम कहती है दुनियां
जानती है दुनियां भरत
भारत कि सेना है हम!!
थल नभ जल के
आग अंगार हम दुश्मन के
काल है हम शत्रु कि
हाहाकार है हम
कहती है दुनियां जानती है
दुनियां भरत भारत कि
सेना है हम!!
तेज धार तलवार है हम
वायु वेग कि चाल है हम
सागर का तूफान है हम
जय जय भवानी हर
हर महादेव समर भूमि
महाकाल है हम
कहती है दुनियां जानती है
दुनियां भरत भारत कि
सेना है हम!!
सिंह शेर दहाड़ है हम
दुर्गम दुरूह प्रवाह है हम
अवरोध का अवसान है
हम, जन्म जीवन मृत्यु का
लिखते नव इतिहास है हम
कहती है दुनियां जानती है
दुनियां भरत भारत कि सेना
है हम!!
युद्ध भूमि सांघर है हम
रण कौशल ही कर्म धर्म
संसय भय भ्रम पर प्रहार
है हम कहती है दुनियां
जानती है दुनियां भरत
भारत कि सेना है हम!!
जगदंब शिवा कि दहाड़
हैं हम रण भूमि मे काली
काल कराल है हम परशु
परशुराम गाण्डीव पार्थ
सारंग नारायण का
पंचजन्या शंख नाद
है हम कहती है दुनियां
जानती है दुनियां
भारत कि सेना है हम!!
शिव शंकर का मृत्यु तांडव
सुदर्शन कि चाल है हम
शत्रु कि साजिस चालों पर
विकट प्रहार है हम कहती है
दुनियां जानती है दुनियां
भरत भारत कि सेना है हम!!
खून और पानी का
मर्म धर्म बतला देते
खून और सिंदूर का
कर्ज चुका देते ऋण
नहीं छोड़ते उधार है हम
कहती है दुनियां जानती
है दुनियां भारत कि सेना
है हम!!