डूडल (कामचोर)
दो -दो डूडल दोनो डूडल
बैठ कर करते पटर -पटर पचर -पचर
दोनो कुछ भी काम न करते
सारा दिन आराम करते
आराम कर कभी न थकते
बातों में हरदम रमते
पटर पटर पचर पचर.
दुनिया को कुछ न समझे
खुद के ज्ञान पर खुद ही गरजे
सबमें नुक्स निकाले वे
खुद को परफेक्ट माने वे.
काम जरा सा नजर जो आता
कोपभवन में डूडल पसराता
मना -मना कर बच्चे थकते
लेकिन डूडल एक न सुनते
जब खाने की बारी आये
ऑनलाइन का आर्डर भाए
नई डिशेस और नए ड्रिंक्स
मोबाइल से करते फिक्स
नए स्वाद पर अंगुली चांटे
अपने स्वाद को सबसे बांटे