मोदी जी के नाम: कुछ बनारस वासियों का संदेश और शिकायत
बनार
स के बदले रूप ने मन को मोह लिया था, विश्वास ही नहीं हो रहा था ये वही बनारस है जो इस गली से उस गली, कूचों में समाया रहता था। जगह – जगह घूमती गाय, बछड़े, बछिया और गोबर के ढेर बनारस की शोभा बढ़ाते थे। पान -पराग से सनी हुई सड़के और इमारते वहां के अधिकतर रहनवासियों के लापरवाह स्वभाव को दर्शाती थी।

लेकिन इस बार मंदिर का विस्तृत – सुंदर स्वरूप, चौड़ी सड़के, साफ -सुथरी दुकानें। भक्तों का अनवरत आवागमन, दुकानदारों के प्रसन्न चित्त चेहरे, काफी कुछ था वहां की समृद्धि को व्यक्त करने के लिए।
बनारस की चाट खाते हुए हमने वही के कुछ ग्राहकों से प्रश्न किया – ” आप लोग खुश है मोदी जी के काम से ?” वही उपस्थित एक महिला ने उत्तर दिया – ” बिल्कुल, हमारा बनारस चमक गया किंतु मोदी जी ने मिडिल क्लास के लिए कुछ भी नही किया।”
मेरे पूछने पर, ऐसा क्यों? दूसरे ग्राहक के साथ -साथ चाट वाला भी बोल उठा – बताइए मोदी जी ने मिडिल क्लास वालों के लिए क्या किया ? कौन सी योजना बनाई, कौन सी सुविधा दी। अरे! वोट तो हम मिडिल क्लास वाले भी देते है।
फूल और प्रसाद की दुकान पर बात करने पर फिर वही जवाब, मोदी जी ने काम तो बहुत किया लेकिन मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नही…
दूसरी प्रसाद की दुकान पर बात करने पर वहा उपस्थित युवाओं ने ये तो बड़े खुश होकर बताया कि यहा मंदिर के पास पूरे 24 घंटे दुकानें खुली रहती है, हम लोगो का काम भी अच्छा चलता है लेकिन…?
पूछने पर लेकिन क्या? आप लोगो को इतना बड़ा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बना कर दिया, 24 घंटे दुकानें खुली रहती है अच्छी आमदनी हो रही है, और क्या चाहिए?
इस पर 2-3 युवा बोल पड़े – सिर्फ हमारी आमदनी होने से क्या होता है हमारे साथ के हजारों लोगो की दुकानें थी जो इस कॉरिडोर की भेंट चढ़ गए।
तो क्या, उन्हे घर -दुकान छोड़ने का पैसा तो मिला।
मेरे इस जवाब पर वे बोल उठे : देखिए जो बिजनेस यहां पर है क्या वो बिजनेस उन्हे दूसरी जगह मिलेगा। हम मानते है मोदी जी बहुत काम कर रहे है लेकिन मोदी जी को उन लोगों के व्यवसाय के लिए भी सोचना चाहिए था। उन दुकानदारों को पैसा तो मिला किंतु व्यवसाय नही…

आप लोग क्या चाहते है? वहां खड़े युवा बोल पड़े – ” देखिए हम सिर्फ अपना पेट भरना नही चाहते , हम चाहते है जिनके व्यवसाय को नुकसान हुआ है अगर मोदी जी इधर भी ध्यान दे दे तो उन सब दुकानदारों का भी भला हो जायेगा। हमारी इच्छा है हमारा संदेश मोदी जी तक पहुंचे ताकि वो औरो के बारे में भी सोच सके।
जैसे ही चलने के लिए तैयार हुए वैसे ही एक बुजुर्ग व्यक्ति बोले: “मोदी जी को समझना चाहिए वोट तो हम मिडिल क्लास भी देते है लेकिन हम लोगो के लिए न कोई योजना न स्कीम”