दिल❤️ पूछता है …!
पुछता है दिल
किस बात पर
रूठे हो,
किस बात से
हो खफा?
इस तरह तुम
क्यों खुद को
दे रहें
सजा हो।
बेरूखी की मुझे
वजह बताया
तो होता,
किस बात से
खफा हो
जताया तो
होता
खता कब और कहाँ
मुझसे हो गयी
मुझे वह दिन
वह जगह कुछ
बताया तो होता
दुनियां की छोड़ो
कुछ अपना कहो
कुछ मेरी सुनो
जब समझ
कुछ न आए
तब….
बस अपने
दिल की
सुनो
दबाया ना करो
अपने जज्बातों को
जीओ तुम खुलकर
किसने क्या कहा
कौन क्या कहेगा
यह सब तुम
भुलकर।
पुछता है दिल
किस बात पर
रूठे हो…..!!!