देह-गाथा (लघु खण्ड काव्य ) लेखक – पंकज सुबीर, चित्रांकन- अनीता दुबे समीक्षक – रेखा भाटिया प्रकाशक- शिवना प्रकाशन, पी. सी. लैब, सम्राट कॉम्प्लैक्स बेसमेंट, बस स्टैंड के सामने, सीहोर, मप्र 466001 दूरभाष – 07562405545, ईमेल – shivna.prakashan@gmail.com वर्ष – 2024, मूल्य- 250 रुपये, पृष्ठ – 108 …
Read More »क्यों आया ऐसा परिणाम
क्यों आया ऐसा परिणाम आप जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार गठित हो चुकी है चुनाव परिणाम का संतुलित विश्लेषण किया जाना आवश्यक है । कुछ राजनीतिक दलों के दावों को छोड़ दें तो इस तरह के संघर्ष की उम्मीद ज्यादातर लोगों …
Read More »ए वहशते दिल क्या करू
पारुल सिंह के संस्मरणात्मक उपन्यास -ऐ वहशते-दिल क्या करूँ, पर आलोचक डॉ. जसविंन्दर कौर की समीक्षा ऐ वहशते-दिल क्या करूं (संस्मरणात्मक उपन्यास) लेखक – पारुल सिंह प्रकाशक – शिवना प्रकाशन, सम्राट कॉम्प्लैक्स बेसमेंट, सीहोर मप्र 466001 प्रकाशन वर्ष – 2024 मूल्य- 300 रुपये, पृष्ठ संख्या – 234 जीवन की …
Read More »पुण्यतिथि पर याद किए गए जैथलिया जी
*अनेक सार्वजनिक संस्थाओं एवं कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत थे जुगलजी* कोलकाता, 3 जून। प्रख्यात समाजसेवी साहित्यकार एवं श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के पूर्व अध्यक्ष स्व. जुगलकिशोर जैथलिया की 8वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज पुस्तकालय भवन में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। वक्ताओं ने जुगलजी के सामाजिक, राजनीतिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक …
Read More »आम चुनाव में मीडिया की भूमिका
सत्य को दबाने की सर्वप्रथम चेष्टा महाभारत काल में हुई जब अश्वस्थामा को मारने के लिए झूठ का सहारा लिया गया – विश्वम्भर नेवर प्रेस क्लब के सभागार में पाठक मंच की तरफ से ” आम चुनाव में मीडिया की भूमिका ” विषय पर एक चर्चा का आयोजन किया गया. इस …
Read More »अच्छा हुआ इनका वोट नहीं पड़ा
अच्छा हुआ इनका वोट नहीं पड़ा आप वोट नहीं डाल रही क्या बात है ? “मेरे पास वोटर कार्ड नहीं है इसलिए! अरे देखिये न मेरे सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज मोबाइल में है लेकिन प्रीसाइडिंग अफसर कह रहे है कि बिना असली वोटर कार्ड या आधार कार्ड दिखाए वोट डालने नहीं …
Read More »तस्वीर वैसी नहीं जैसा विरोधी बता रहे
तस्वीर वैसी नहीं जैसा विरोधी बता रहे अब जब लोकसभा चुनाव का एक चरण बाकी है नेताओं, पार्टियों और विश्लेषकों के दावों पर बात किया जाना आवश्यक है। विरोधी दलों, नेताओं और उनका समर्थन करने वाले मुख्य मीडिया, सोशल मीडिया के पत्रकारों ,एक्टिविस्टों ने ऐसा माहौल बनाया है मानो 4 …
Read More »मिशन और विजन से भटकी हुई पत्रकारिता
मिशन और विजन से भटकी हुई है आज की पत्रकारिता : डॉ सोमा बंदोपाध्याय भारत में प्रथम हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र “उदंत मार्तण्ड “ का प्रकाशन ३० मई १८२६ में जुगल किशोर शुक्ल द्वारा कोलकाता ( पश्चिम बंगाल ) से किया गया। तबसे लेकर आज तक इस तिथि को ‘हिंदी पत्रकारिता दिवस …
Read More »काबा जाए कि काशी
काबा जाए कि काशी– पंडित धर्मराज के तीन बेटे हिमाशु ,देवांशु ,प्रियांशु थे तीनो भाईयों में आपसी प्यार और तालमेल था पुरे गाँव वाले पंडित जी के बेटो के गुणों संस्कारो का बखान करते नहीं थकते । पंडित जी के पास एक अदद झोपडी कि तरह घर था खेती बारी …
Read More »मताधिकार या मतदान
मताधिकार या मतदान में अंतर समझने की आवश्यकता : प्रहलाद राय गोयनका चुनाव अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है किन्तु अभी भी अनेक मतदाताओं की अपने मताधिकार के प्रति उदासीनता है उन्हें जागरूक करने के लिए, उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए राजस्थान पत्रिका अग्र बंधू ,राजस्थान सूचना …
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