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जन्मों का बंधन रक्षा बंधन

रक्षा बंधन है—

जन्मों का बंधन रक्षा बंधन

 

रक्षा बंधन है, रक्षा बंधन है

जन्मों का बंधन है बहन भाई के

रिश्तों का अर्चन अभिनन्दन है!!

 

कच्चे धागे का डोर जनम जीवन का बंधन है बहन भाई रिश्तों का अर्चन अभिनन्दन है!!

 

बचन कर्तव्य प्रतिज्ञा ध्यान संस्मरण शक्ति संवर्धन है

भाई बहन के रिश्तों का

अर्चन अभिनन्दन है!!

 

रक्षा बंधन बहनों की खुशियों का पल प्रहर युग उत्सव उमंग है!!

 

भाई बहन के रिश्तों का अर्चन अभिनन्दन है!!

 

छोटी बड़ी नहीं बहन वंदनीय शक्ति शाश्वत सत्य सनातन है!!

 

बचपन में करती झगड़ा और लड़ाई, अंतर नहीं आराध्य आराधन भाई बहन के रिश्तों का अर्चन अभिनन्दन है!!

 

हर काल समय पल प्रहर में बहन संग भाई का गहना, लाज सम्मान का युग योद्धा धन्य है!!

 

ग्रहण लगे ना चाँद सी बहन पर, कभी कोई अभेद्य कवच है भाई!!

 

कृष्ण ने द्रौपदी की लाज बचाई, कहती है दुनिया कृष्ण भाव भगवान युग भाष्य है भाई!!

भाई बहन के रिश्तों का अर्चन अभिनन्दन है!!

 

नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!

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