Wednesday , June 18 2025

Literature

सत्य कहउँ लिखि कागद कोरे…….. – 1

सत्य कहउँ लिखि कागद कोरे…….. – 1 ‘‘वासन्ती’’ के मंच पे कवि-सम्मेलन हिन्दी साहित्य की वाचिक काव्य-परम्परा की सुरक्षा और संरक्षा का एक महत्वपूर्ण सारस्वत-पीठ रहा है। अपने समय में महाप्राण निराला ने भी ‘‘राम की शक्तिपूजा’’ जैसी रचना का मंच पर पाठ किया है, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के …

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घर भर की ख़ातिर कुर्बानी

हिन्दुस्तानी औरत हिन्दुस्तानी औरत यानी घर भर की ख़ातिर कुर्बानी। गृहलक्ष्मी पद की व्याख्या है, चैका-चूल्हा-रोटी-पानी। रुख़सत करने में रजिया को, टूट गये चाचा रमजानी। आँचल में अंगारे बाँधे, पीहर लौटी गुड़िया रानी। क़त्ल हुआ कन्या भ्रूणों का, तहज़ीबें दीखीं बेमानी। निर्धन को बेटी मत देना, घट-घट वासी अवढरदानी।

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डॉ शिव ॐ अम्बर की  कुछ लोकप्रिय गजल 

  प्रसिद्द कवि एवं मंच संचालक डॉ शिव ॐ अम्बर की  कुछ लोकप्रिय गजल  1. चन्द शातिर मुट्ठियों में कैद भिनसारे रहे, मुक्तिबोधों के यहाँ ताउम्र अँधियारे रहे। रेशमी पल्लू रवायत का उन्हें क्या बाँधता, जो सदा से ही दहकते सुर्ख अंगारे रहे। राजभवनों को नहीं भाया हमारा स्वर कभी, हम …

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मानस की धुंध

              समीक्षा: मानस की धुंध श्रीमती नीरजा द्विवेदी की कहानियों को पढने का अवसर मिला। मुझे कुछ सुखद अनुभव हुए। उनकी सभी दस कहानियाँ मुझे प्रेमचंद के द्वारा कहानी के प्रमुख उद्देश्यों में निर्दिष्ट ‘आदर्शवादी यथार्थ’ को चरितार्थ करती हुई मालूम पड़ी।एक दूसरा तथ्य …

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बौने हुए विराट् हमारे गाँव में

लोकप्रिय कवि  डाॅ॰ शिव ओम अम्बर के कुछ संस्मरण  कानपुर के कवि-समाज में विजय किशोर मानव मेरे सहज स्नेही अनन्य बन्धु रहे। हम दोनों ने लगभग एक साथ मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। उस समय गीत की भूमिका केन्द्रीय होती थी और शेष सभी रस आनुषंगिक थे। सहृदय …

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डिजिटल दुनियां में द वेक न्यूज पोर्टल की दस्तक

डेस्क: प्रेस क्लब में द वेक न्यूज पोर्टल का उद्घाटन राज्यसभा के सांसद श्रीमान सपन दास गुप्ता के कर कमलों द्वारा किया गया। उद्घाटन के समय आपने, द वेक पोर्टल को शुभकामनाएं दी और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आज पहला दिन है किंतु आने वाले …

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निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल

कुछ वर्षों पहले की बात है ,हमे ‘द वेक ‘ हिंदी पत्रिका के लिए साक्षात्कार लेना था ,सोचा क्यों न इस बार किसी सांसद महिला का साक्षात्कार लिया जाये । ये सोचकर हमने एक जानी मानी सांसद जो अभी भूतपूर्व है को फोन लगाया और उन्हें बताया की हमें आपका …

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