यूक्रेन, यूरोप एवं ट्रंप यूक्रेन मोर्चे पर अंतिम समाचार यह है कि ब्रिटेन फ्रांस और यूक्रेन ने मिलकर एक युद्धविराम योजना बनाई है जिसे अमेरिका के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टोर्मर की बात मानें तो इस पर लगभग सहमति बन गई है । युद्ध समाप्त करने पर …
Read More »‘घुमक्कड़ी’ एक किताब नहीं नशा है
पुस्तक समीक्षा समीक्षक- स्मृति आदित्य घुमक्कड़ी – (अंग्रेज़ी साहित्य के गलियारों में) यात्रा संस्मरण लेखक – मनीषा कुलश्रेष्ठ प्रकाशक- शिवना प्रकाशन, सम्राट कॉम्प्लैक्स बेसमेंट, बस स्टैंड के सामने, सीहोर मप्र 466001 मोबाइल- 9806162184, ईमेल- shivna.prakashan@gmail.com मूल्य- 350रुपये प्रकाशन वर्ष- 2025 ‘घुमक्कड़ी’- सुध-बुध खोकर आप लेखिका के साथ-साथ चलते हैं ‘घुमक्कड़ी’ एक किताब …
Read More »ख़ैबर दर्रा, पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा ख़ैबर दर्रा (कहानी संग्रह) समीक्षक- अनीता सक्सेना लेखक- पंकज सुबीर प्रकाशक- राजपाल एंड सन्ज़, नयी दिल्ली मूल्य- 325 रुपये / पृष्ठ- 176 प्रकाशन वर्ष- 2025 ख़ैबर दर्रा- संग्रह की कहानियाँ बहुत देर तक साथ बनी रहती हैं पंकज सुबीर की कहानियाँ जाति-धर्म के अंतर को महत्त्व …
Read More »शिवना प्रकाशन के प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा
वर्ष 2024 के लिए शिवना प्रकाशन के प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा ‘अंतर्राष्ट्रीय शिवना सम्मान’ संयुक्त रूप से प्रभात रंजन तथा मनीष वैद्य को, ‘शिवना कृति सम्मान’ प्रवीण कक्कड़ को शिवना प्रकाशन द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित सम्मानों की घोषणा कर दी गयी है। शिवना प्रकाशन के ऑनलाइन आयोजन में वर्ष …
Read More »जब राम जागते अंतर्मन में
जब राम जागते अंतर्मन मन में तब स्वार्थ नष्ट हो जाता है विरहा की बेला में भी जब विश्वास ना कोई हर पाता है प्रेम सिद्ध तब हो पाता है जब स्वार्थ नष्ट हो जाता है विषम परिस्थिति भारी हों बाधाएं कोटि हमारी हों प्रतिकूल तरंगों में ही तो कौशल …
Read More »राष्ट्रीय लघु कथा उत्सव 2024
कोलकाता में संपन्न हुआ द्विदिवसीय राष्ट्रीय लघुकथा उत्सव 2024 कोलकाता 25 दिसम्बर।पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग के अंतर्गत पश्चिमबंग हिंदी अकादमी ने द्विदिवसीय राष्ट्रीय लघुकथा उत्सव का आयोजन अकादमी के सभागार में किया। इस मौके पर उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे- …
Read More »टूटा सागर का अहंकार
टूटा सागर अहंकार— सागर तट पहुंचे रघुबीर संग सेना बानर और रीछ।। लंका पहुंच पाना समस्या विकट गम्भीर सागर में कैसे हो पथ निर्माण कार्य कठिन।। प्रश्न बहुत जटिल विभीषण जामवंत लखन संग मन्तव्य रघुबीर ।। सागर से ही मांगे पथ करे स्वंय विनम्र निवेदन रघुबीर।। …
Read More »है बात पुरानी फिर भी है सदा नई
है बात पुरानी फिर भी है सदा नई, सुनाता हूं घड़ी भर बैठ तो सही है बात पुरानी फिर भी है सदा नई सुनाता हूँ, घड़ी भर बैठ तो सही कुछ धूल है पड़ी यादों के आईने पर जरा हाँथ बढ़ा साफ़ करें तो सही याद है! …
Read More »सती सुलोचना
शिवना नवलेखन पुरस्कार 2024 की घोषणा
‘शिवना नवलेखन पुरस्कार’ 2024 की घोषणाः रश्मि कुलश्रेष्ठ और शुभ्रा ओझा की साहित्य में दस्तक
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