चम्बली हर फूल है तो नक्सली है हर कली सूर्य कुमार पाण्डेय ने 02 जनवरी के खादी ग्रामोद्योग के लिये कार्यक्रम का ज़िक्र किया था, उसका औपचारिक पत्र आया है। किन्तु अभी यह आमन्त्रण नहीं है, अर्थ-राशि आदि के विषय में जानकारी के लिये आया पत्र है। 2. 25 दिसम्बर …
Read More »ये मोहल्ला जी रहा है इन दिनों फाकाकशी
18.12.2004 भीड़ खुश होकर बजाए जा रही है तालिया कल के दोनों खलनायकों के पिता आज विद्यालय आये। एक लड़के ने तो अपने पिता के कहने के बावजूद अपनी ग़लती मानने और क्षमा माँगने से इन्कार कर दिया, दूसरे ने ज़रूर क्षमा-याचना कर ली। इन दिनों सुरेन्द्र वर्मा के उपन्यास …
Read More »सभागृह से विदाई चाहता हूं
सभा में गूंजती हो तालियां जब, सभागृह से विदाई चाहता हूं … 15.12.2004 1. अख़बारों में ‘‘वाह-वाह’’ का, ‘‘अर्ज़ किया है’’ आदि का ज़िक्र हो रहा है, आलेख निकल रहे हैं। 2. मित्रों के अक्सर संदेश आते हैं – मुझे आज सुनना। 3. मैं उस चुटकुले का किरदार बनकर रह …
Read More »सुन लेते है तेजाबी टिप्पणियां
13.12.2004 यहां हर एक नजर उर्दू को फरियादी समझती है… 1. कल फ़ारुख़ सरल दोेपहर के भोजन के समय तक आ गये थे। वह महादेवा के आयोजन से लौट रहे थे, यहाँ से फिर उन्हें दिल्ली जाना था। 2. रात्रि 8 बजे से 10ः30 तक चली कवि-गोष्ठी। अध्यक्षता कंचन जी …
Read More »कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार- 2
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार भाग-2— देखो पार्थ तुम जागे युग जागा युग चेतना है लौटी।। कुरुक्षेत्र कि समर भूमि कटे मुंड काया से रक्तरंजित लथपथ है लज्जित।। कराहती अधर्म कि अंतिम सांसे अभी शेष महासमर का प्रेरक प्रणेता सरोवर छिपा अवशेष।। भीम प्रतिज्ञा का अंतिम पल भी है आने वाला …
Read More »कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार
कुरुक्षेत्र की अंतिम ललकार कुरुक्षेत्र कि अंतिम ललकार— देखो पार्थ तुम जागे युग जागा युग चेतना है लौटी।। कुरुक्षेत्र कि समर भूमि कटे मुंड काया से रक्तरंजित लथपथ है लज्जित।। कराहती अधर्म कि अंतिम सांसे अभी शेष महासमर का प्रेरक प्रणेता सरोवर छिपा अवशेष।। भीम प्रतिज्ञा का अंतिम …
Read More »अग्नि के गर्भ में पल होगा
07.12.2004 आज सवेरे से अलका की तबीयत ख़राब है, टॉन्सिल की पीड़ा है, बुख़ार है। विद्यालय से फ़ोन किया था, दीपा ने बताया कि विश्राम कर रही है – सौरभ ने कोई दवा लाकर दी है। कल बॉबी के जन्म-दिवस पर दीपा के साथ प्रेमा के यहाँ गया था, …
Read More »क्या मैं अतीत का पृष्ठ बन गया
क्या मैं अतीत का पृष्ठ बन गया हूं? दिनांक – 03.12.2004 दिन – शुक्रवार 1. टैक्सी वालों की हड़ताल के कारण कल वर्षों के बाद फ़तेहगढ़ से फ़र्रुख़ाबाद तक रिक्शे से जाना हुआ। चैराहे से भोलेपुर तक यात्रा एक रिक्शे से हुई, भोलेपुर से चैक तक दूसरे रिक्शे से जाना …
Read More »दिनचर्या भाग 2
दिनांक – 02.12.2004 दिन – गुरुवार 1. दिल्ली से शाहजहांपुर की यात्रा विष्णु के साथ हुई। ट्रेन कई घण्टे विलम्ब से थी। पुरानी दिल्ली के रेलवे प्लेटफार्म पर यह समय प्रतीक्षा-कक्ष में कटा। यात्रा में भी कई घण्टे लगे। विष्णु के कारण सब कुछ सुखद रहा। 2. शाहजहांपुर के आयोजन …
Read More »भगवान परशुराम का सर्वस्व दान –
भगवान परशुराम जी परब्रह्म विष्णु के छठे अवतार थे जो शिव भक्त एव त्यागी तपस्वी थे वे श्रेष्ठ गुरुओं में एक थे उनके शिष्य भीष्म द्रोण एव कर्ण ब्रह्मांड में सर्वश्रेष्ठ थे प्रस्तुत रचना प्रधुराम जी से सम्बंधित है जब विदेह प्रतिज्ञा के अनुसार भगवान राम ने भगवान शिव …
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